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नेपाल में जेन Z आंदोलन ने मचाया तूफ़ान: 22 की मौत, पीएम ओली ने दिया इस्तीफ़ा, आर्मी चीफ़ की शांति की अपील

By Sonam

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नेपाल
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काठमांडू/नई दिल्ली (9 सितंबर 2025): नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ Gen Z Protest अब ऐतिहासिक जनआंदोलन बन चुका है। दो दिनों की हिंसक झड़पों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हैं। हालात इतने बिगड़े कि मंगलवार रात प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफ़ा दे दिया


कैसे शुरू हुआ आंदोलन?

  • सोमवार (8 सितंबर) सुबह काठमांडू के मैतीघर मंडला से युवाओं ने विरोध की शुरुआत की।
  • संसद भवन के पास प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया।
  • पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस, पानी की बौछार, लाठीचार्ज और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया।
  • लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर संसद परिसर तक पहुंच गए।

क्यों भड़की जेन Z पीढ़ी?

  • सरकार ने 4 सितंबर को Facebook, Instagram, YouTube, X (Twitter) समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगा दिया था।
  • युवाओं का आरोप है कि यह बैन सिर्फ उनकी आवाज़ दबाने के लिए लगाया गया।
  • लंबे समय से चले आ रहे भ्रष्टाचार घोटाले (जैसे Airbus डील) और नेताओं के बच्चों की शानदार लाइफस्टाइल ने गुस्से को और भड़काया।
  • TikTok और Viber जैसे कुछ प्लेटफॉर्म्स ने सरकार से रजिस्टर कर लिया और दोबारा शुरू हुए, लेकिन गुस्सा शांत नहीं हुआ।

ताज़ा हालात:

  • सोमवार: 19 मौतें (17 काठमांडू, 2 इतहरी)।
  • मंगलवार: मौतों का आंकड़ा बढ़कर 22 पहुंचा।
  • भीड़ ने कई नेताओं पर हमला किया और उन्हें घायल कर दिया।
  • राजधानी काठमांडू में कर्फ्यू और सेना की तैनाती जारी है।

प्रधानमंत्री का इस्तीफ़ा

भारी दबाव और बढ़ते विरोध के बीच मंगलवार देर रात प्रधानमंत्री KP शर्मा ओली ने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने कहा कि देश को शांति और स्थिरता की ज़रूरत है।


सेना प्रमुख की अपील

नेपाल आर्मी चीफ़ ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए युवाओं से शांति बनाए रखने और हिंसा रोकने की अपील की। उन्होंने कहा कि सेना लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए खड़ी है।


अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा – पुलिस द्वारा जानलेवा बल का इस्तेमाल अस्वीकार्य है और इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।
  • भारत समेत कई पड़ोसी देशों की नज़र नेपाल की स्थिति पर है।

नेपाल का यह आंदोलन अब सिर्फ सोशल मीडिया बैन तक सीमित नहीं रहा। यह युवाओं का भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और राजनीतिक सिस्टम के खिलाफ ऐतिहासिक विद्रोह बन चुका है।

👉 यह भी पढ़ें: नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जेन Z का गुस्सा, हिंसक झड़पों में 19 की मौत

SRC-India Today

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